Psychology साइकोलॉजी क्या है ? मनोवैज्ञानिक कैसे बने ?

दोस्तों हर इंसान यह चाहता है की, किसी दूसरे व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है, वह क्या सोच रहा है, उनकी क्या भावनाये है, यह जान सके। लेकिन किसी दूसरे की मन को बात को आसानी से समझ लेना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ऐसा करने के लिए आपको साइकोलॉजी (Psychology) पढ़ना होंगा। तब आप एक मनोवैज्ञानिक (Psychologist) बन पाएंगे और दूसरे की मन की बात भी जान पाएंगे।

आज की इस पोस्ट हम आपके साथ यही जानकारी साँझा करने जा रहे है की साइकोलॉजी क्या होती है (Psychology Kya Hai) मनोवैज्ञानिक कैसे बने (manovaigyanik kaise bane), मनोवैज्ञानिक (Psychology) कितने प्रकार की होती है (What are the types of Psychology) आदि सभी जानकारी जो आपको Psychology (मनोविज्ञान) के बारे में ज्ञान प्रदान करेंगी।

मनोवैज्ञानिक क्या है (Psychology Kya Hai)

मनोवैज्ञानिक (psychologist) मानव मस्तिष्क और उसके कार्य अध्ययन को समझने का एक वैज्ञानिक तरीका है। याने की मनोवैज्ञानिक (psychologist) मानव दिमाक व्यवहार की विज्ञान है। यह मनुष्य की चेतना, अवचेतना, अवस्थाओं, भावनाओ, सोच, ख़ुशी, गम आदि का अध्ययन करता है। अमेरिकन मनोवैज्ञानिक संगठन (American Psychological association) के अनुसार साइकोलॉजी एक विस्तृत, विशेष अध्यन है। जिसमे इंसानी मस्तिष्क, उसके कार्य करने का तरीका, इंसानी व्यवहार, इंसान की सोच, भावनाओ और उसकी विशेषताओ का अध्य्यन शामिल होता है। जिसे मनोविज्ञान (Psychology) कहते है।

जो विज्ञान इंसान की भावनाओ, व्यवहार, सोच को समझने में मदद करे उसे मनोविज्ञान (Psychology) कहते है। ऐसे व्यक्ति जो मनोविज्ञान (Psychology) की पढ़ाई कर के लोगो की भावनाओ को समझने, सोच को पढ़ने, मष्तिस्क को पढ़ने में सक्षम हो जाता है। उसे मनोवैज्ञानिक (Psychologist) कहते है।

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मनोवैज्ञानिक (Psychologist) कितने प्रकार के होते है ? (Types Of Psychologist)

साइकोलॉजी (Psychology) या साइकोलोजिस्ट (Psychologist) पांच प्रकार के होते है ?

(1) व्यक्तिगत मनोविज्ञान (Personal Psychology) – मनोवैज्ञानिक (psychologist) के इस शाखा में इंसान की व्यक्तित्व सोचने के तरीको, व्यवहार में बदलाओ, वर्तमान और पूर्व में आये परिवर्तनों और इसके कारणों, विशेषताओ पर अध्यन किया जाता है।

(2) सामाजिक मनोविज्ञान (Social Psychology) – इस शाखा में इंसान की एक बड़े समूह या पुरे समाज के विकास, व्यवहार, सोच इत्यादि को समझने की कोशिस की जाती है।

(3) जैविक साइकोलॉजी (Biological Psychology) – इस शाखा में यह अध्य्यन किया जाता है कि शरीर में जैविक (organic) बदलाव जैविक प्रकिया (biological process) हमारे दिमाक को कैसे प्रभावित करती है।

(4) नैदानिक मनोविज्ञान (Clinical Psychology) – यह साइकोलॉजी दिमाक की बीमारियों, मानसिक रोगियों को समझने और उनका इलाज करने में सहायता देती है। जिसका उपयोग आज के समय में बेहद किया जा रहा है।

(5) सज्ञानात्मक साइकोलॉजी (Cognitive Psychology) – इस शाखा में मनुष्य की सोचने की तरीके, निर्णय लेने के तरीके, वादों और समस्याओ के सुलझाने के पैटर्न के बारे में अध्य्यन किया जाता है।

इसके अलावा कुछ अन्य मनोविज्ञान भी हैं जैसे : फोरेंसिक मनोविज्ञान, भारतीय मनोविज्ञान, तुलनात्मक मनोविज्ञान आदि।

मनोविज्ञान के उपयोग (Uses Of Psychology)

साइकोलॉजी अध्य्यन और रिचर्स का सबसे ज्यादा प्रयोग मानसिक रोगो को समझने और उनका इलाज करने, मानसिक विकास करने में किया जाता है। साइकोलॉजी का उपयोग इंसानी दिमाग किस तरह से काम करता है इसे समझने के लिए किया जाता है। साथ ही मनोविज्ञान (Psychology) में इंसान के शरीर की कार्यविधि में स्वस्थ संबन्धी योजनाओ और उपकरणों को विकसित करने बाल विकास को समझने में किया जाता है।

मनोविज्ञान (Psychology) विज्ञान की ही एक शाखा है जिसमे मानव मष्तिष्क और उसके कार्य, विचार आदि पर गहन अध्यन होता है। किसी व्यक्ति की मानसिक स्थति, मानसिक संतुलन, डिप्रेशन, प्रेशर, अनचाहे विचार, विकार, याददास्त, सोच, भावनाये, फिलिंग आदि सभी ऐसे कार्य जो मानव मष्तिस्क से होकर ही इंसान कर पाता है। उन सभी के लिए मनोविज्ञान (Psychology) उपयोगी है।

मनोवैज्ञानिक कैसे बने ? (Psychologist Kaise Bane In Hindi)

आज के समय में लोगो की लाइफ में बहुत तेजी से बदलाव आ रहे है। और बदलाव के चलते तेजी से समस्याएं भी आ रही है। और इसी कारण मनोविज्ञान (Psychologist) में career की सम्भावनाये भी बढ़ती जा रही है। आज हर एक फिल्ड में साइकोलॉजिस्ट की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। यदि आप भी साइकोलॉजिस्ट बनना चाहते है तो आपने निम्न बाते होना जरुरी है।

  • मनोवैज्ञानिक (Psychologist) बनने के लिए सबसे पहले आपको तीन वर्षीय बैचलर ऑफ़ साइकोलोजी (Bachelor Of Psychology) , दो वर्षीय मास्टर ऑफ़ साइकोलॉजी (Master Of Psychology) जैसे कोर्स (Course) करना होंगा।
  • इसके अलावा आप मास्टर डिग्री के बाद स्पेशलाइजेशन भी कर सकते है।
  • आपका कम्युनिकेशन स्किल अच्छा होना चाहिए।
  • धैर्यवान, आत्मविश्वाश (Confident), अपने क्लिंट को हेंडल करना, सुनना और समझने की योग्यता आदि होना चाहिए।

Career Course Of Psychology

यदि आप मनोवैज्ञानिक (Psychologist) बनना चाहते है तो आप निम्न कोर्स कर सकते है।

  • BA/BA ऑनर्स इन साइकोलॉजी
  • MA/MSc इन साइकोलॉजी
  • पीजी डिप्लोमा इन साइकोलॉजी

मनोविज्ञान के फायदे (Benefits Of Psychology)

  • साइकोलॉजी की सहायता से मेन्टल प्रॉब्लब, पागलपन को समझने में सहायता मिलती है।
  • साइकोलॉजी की सहायता से इंसान के दिमाक के काम करने के तरीके को जानकर उसके विकास और विकास में आ रही रुकावट को समझने में मदद मिलती है।
  • मनोविज्ञान (Psychology) के द्वारा बड़ी -बड़ी कम्पनी लोगो से संबधित आदतओ के आधार पर अपने प्रोजेक्ट और उनके प्रमोशन के तरीके बनती है।
  • साइकोलॉजी अपराधी, आंतकवाद के समूह का साइकोलॉजी अध्ययन करके उनके खिलाब बेहतर रणनीति तैयार करने, लोगो की कमजोरी जानकर उन्हें साइकोलॉजी रूप से मजबूत बनाने आदि में किया जा सकता है।

मनोविज्ञानिक डिग्री के बाद जॉब (Career Scope Of Psychology)

साइकोलॉजी (Psychology) फिल्ड में नौकरी (Job) की कमी नहीं है।

  • हॉस्पिटलों में साइकोलॉजी की जरूरत होती है। बीमारों को ठीक करने के लिए आप साइकोलॉजी के माध्यम से सरकारी या प्रायवेट हॉस्पिटल में जॉब पा सकते हो।
  • विश्वविद्यालय स्कूलों, यूनिवर्सिटी, कॉलेज, रिसर्च आर्गेनाईजेशन, कॉर्पोरेट हॉउस, प्राइवेट इंडस्ट्री आदि में भी साइकोलॉजी की जॉब पा सकते है।
  • डीफेंस रिसर्च डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (DRDO) भारत की रक्षा विज्ञान संस्था जिसमे रिसर्च होते है। इस संस्था में जॉब पा सकते हो।
  • आप अपना खुद का क्लिनिक स्टार्ट कर सकते हो।

मनोवैज्ञानिक की सैलरी कितनी होती है ? (Salary Of Psychologist)

मनोवैज्ञानिक (Psychologist) की वेतन (Salary) अलग-अलग फिल्ड में अगल अलग स्पेस्लिस्ट और जॉब के आधार पर अलग लग हो सकती है फिर भी ये कहा जा सकता है की कम से कम 25,000 हजार रुपये से 50,000 हजार रुपये प्रति माह तक शुरुआत में मिलते है। अगर आप किसी ऑर्गेनाइज संस्था में हो तो आपका पैकेज और अधिक हो सकता है। यदि अपने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट पास किया है तो आपको और आधीक और अधिक और यदि आपने अपनी फिल्ड में पीएचडी (PhD) की है तो आपको और अधिक वेतन मिलेंगा। इस तरह से आप 25,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये प्रति महीने तक की वेतन प्राप्त कर सकते है।

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मनोवैज्ञानिक डिग्री प्राप्त करने के लिए विश्वविधालय (Best Institute For Psychology Course)

  • पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ (Panjab University Chandigarh)
  • अम्बेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली (Ambedkar University Delhi)
  • गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय उत्तर-प्रदेश (Gautam Buddha University Uttar Pradesh)
  • टाटा इंस्टीट्यूट ऑप सोशल साइंसेज मुम्बई (Tata Institute of Social Sciences Mumbai)
  • बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय उत्तर-प्रदेश (Banaras Hindu University Uttar Pradesh)
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय उत्तर-प्रदेश (Aligarh Muslim University Uttar Pradesh)
  • दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University)
  • जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millie Islamic University)

मनोविज्ञान से जुड़े कुछ सवाल जवाब (Questions And Answers Related To Psychology)

मनोवैज्ञानिक क्या होता है ?

मनोविज्ञान (Psychology) एक शैक्षिक व प्रयोगात्मक विद्या है जो प्राणी (मनुष्य, पशु आदि) के मानसिक प्रक्रियाओं (mental processes), अनुभवों, व्यवहाराें का एक क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक अध्ययन करती है।

भारत में मनोविज्ञान विभाग की स्थापना कब हुई ?

कोलकाता विश्वविद्यालय में सबसे पहले 1916 में मनोविज्ञान विभाग की स्थापना हुई थी।

भारत के पहले मनोवैज्ञानिक कौन थे ?

भारत की प्रथम मनोविज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना नरेन्द्रनाथ सेनगुप्ता ने किया।

मनोविज्ञान के प्रकार Types of psychology

व्यवहारिक, संज्ञानात्मक, विकासात्मक और शैक्षिक मनोविज्ञान।

साइकोलॉजी में क्या आता है ?

साइकोलॉजी व्यक्ति के व्यवहार की पढ़ाई है, जहां व्यक्ति की मानसिक, विचारात्मक परेशानियों का निदान करने के लिए वैज्ञानिक नियमों और थ्योरी का प्रयोग किया जाता है।

मनोविज्ञान का पिता कौन है ?

विल्हेम मैक्समिलियन वुण्ट (Wilhelm Maximilian Wundt) जर्मनी के चिकित्सक, दार्शनिक, प्राध्यापक थे जिन्हें आधुनिक मनोविज्ञान का जनक माना जाता है।

मनोवैज्ञानिक कैसे बने ?

मनोवैज्ञानिक Psychologist बनने के लिए आपको कम्युनिकेशन स्किल, धैर्यवान, सेल्फ कॉन्फिडेंस, क्लाइंट को हैंडल और संतुष्ट करने की योग्यता के साथ साइकोलॉजी में कैरियर बनाने के लिए आपको बैचलर इन साइकोलॉजी, मास्टर इन साइकोलॉजी जैसे कोर्स कर आप इस फील्ड में प्रवेश कर सकते हैं।

प्रथम शैक्षिक मनोवैज्ञानिक कौन थे ?

ई० एल० थार्नडाइक

साइकोलॉजी का फुल फॉर्म क्या है ?

मनोविज्ञान (Psychology) मानव मन का वैज्ञानिक अध्ययन है। PSYCHOLOGY शब्द कि उत्पत्ति लैटिन भाषा के दो शब्दो PSYCHE+LOGOS से मिलकर हुई हैं, PSYCHE का अर्थ होता है ” आत्मा का” तथा LOGOS का अर्थ होता हैं “अध्ययन करना ” इस तरह से आत्मा (मन) का वैज्ञानिक अध्य्यन करना ही मनोविज्ञान (psychology) कहलाता है।

मनोविज्ञान के लेखक कौन है?

विलियम जेम्स (William James)

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आज की इस पोस्ट से आपको साइकोलॉजी क्या होती है (Psychology Kya Hai) मनोवैज्ञानिक कैसे बने (manovaigyanik kaise bane), मनोवैज्ञानिक (Psychology) कितने प्रकार की होती है (types of Psychology), Best Institute For Psychology Course, Psychologist Salary, scope, career, benefits, jobs आदि सभी के बारे में जानकारी मिल गई होंगी। फिर भी यदि आपके कोई सवाल हो तो हमें कमेंट्स जरूर करे। और ऐसे jobs, Career, Courses और Future से जुडी जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग www.jobfuture.in पर विजिट जरूर करे।

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