NRC Full Form, Document And History In Hindi. What Is NRC In Hindi?

दोस्तों आज हम बात करने वाले है आखिर ये एनआरसी क्या है ? What Is NRC ? क्योकि इस वक्त हमारे देश में एनआरसी को लेकर काफी विवाद चल रहे है. धरना , आंदोलन , और कही समर्थन तो कही विरोध प्रदर्शन किये जा रहे है. तो दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको एनआरसी से जुडी कुछ जानकारी आपके साथ साँझा करने वाले है. जिसमे आपको What Is NRC और NRC Ke Liye Kya Document Chahiye, nrc full form क्या होता है? nrc ka matlab kya hota hai, और nrc ki jankari के साथ साथ NRC history in india की भी जानकारी देने वाले है.

भारत में एनआरसी का इतिहास History Of NRC In India

एनआरसी (NRC) को भारत की जनगणना 1951 के लिए लाई गई थी इसके बाद, 1951 में ही इसे तैयार किया गया था। इसे जनगणना के दौरान वर्णित सभी व्यक्तियों के विवरणों के आधार पर तैयार किया गया था। जो लोग असम में बांग्लादेश बनने के पहले (25 मार्च 1971 के पहले) आए है, केवल उन्हें ही भारत का नागरिक माना जाये इस उद्देश्य से इसे तैयार किया गया था.

1979 में असम में घुसपैठियों के खिलाफ ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने आंदोलन किया। इसके बाद 1985 को तब की केंद्र में राजीव गांधी सरकार ने असम गण परिषद से समझौता कर इसके तहत 1971 से पहले जो भी बांग्लादेशी असम में घुसे हैं, उन्हें भारत की नागरिकता दी जाने का प्रावधान किया। 2005 में कांग्रेस सरकार ने इस पर काम शुरू किया। और 2015 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इसमें तेजी आई। इसके बाद असम में नागरिकों के सत्यापन का काम शुरू हुआ।

31 दिसंबर 2017 को बहु-प्रतीक्षित नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (national register of citizens) का पहला ड्राफ्ट प्रकाशित किया गया। कानूनी तौर पर भारत के नागरिक के रूप में पहचान प्राप्त करने हेतु असम में लगभग 3.29 करोड आवेदन प्रस्तुत किये गए थे, जिनमें से कुल 1.9 करोड़ लोगों के नाम को ही इसमें शामिल किया गया है। 20 नवम्बर 2019 को भारत के गृहमन्त्री श्री अमित शाह जी ने संसद में कहा था कि इस पंजी का पूरे भारत में विस्तार किया जाएगा।

NRC Kya Hai In Hindi ? एनआरसी का क्या मतलब है?

भारत के राष्ट्रीय नागरिक पंजी, नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (national register of citizens) NRC भारत सरकार द्वारा निर्मित एक पंजी है जिसमें उन भारतीय नागरिकों के नाम हैं जो असम के वास्तविक (वैध ) नागरिक हैं। यह पंजी विशेष रूप से असम के लिए ही निर्मित की गयी थी। किन्तु 20 नवम्बर 2019 को भारत के गृहमन्त्री श्री अमित शाह जी ने संसद में कहा था कि इस पंजी का पूरे भारत में विस्तार किया जाएगा।

NRC Full Form एनआरसी का फुलफॉर्म क्या है?

दोस्तों एनआरसी (NRC) का मतलब या NRC का full form नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (national register of citizens) होता है. जिसमें भारत में रह रहे सभी वैध नागरिकों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। आपको बता दें कि एनआरसी की शुरुआत 2015 में सुप्रीम कोर्ट की देख-रेख में असम राज्य में हुई थी। फिलहाल यह असम के अलावा किसी अन्य राज्य में लागू नहीं है। लेकिन इसे पुरे देश में लागु करने की बात कही जा रही है.

एनआरसी में क्या होता है ? NRC Me Kya Hota Hai ?

एनआरसी के तहत भारत के नागरिको से उनकी पहचान की जाती है और नागरिकता साबित करने के लिए किसी व्यक्ति को यह साबित करना होता है, कि वह या उसके पूर्वज 24 मार्च 1971 से पहले भारत आ गए थे, या भारत में रह रहे थे. अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों, घुसपेटियों को निकालने के लिए इसे पहले असम में लागू किया गया है। और जल्द ही इसे पुरे देश में लागु करने के आसार है.

एनआरसी के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत है? NRC Ke Liye Jaruri Documents Kya Hai ?

चुकी अभी एनआरसी (NRC) पुरे देश में लागु नहीं हुआ है और सरकार की ओर से इसको लेकर कोई गाइडलाइन भी नहीं बताई गई है तो अभी सब कुछ संभावित है. किसी भी व्यक्ति को भारत का वैध नागरिक साबित होने के लिए एक व्यक्ति के पास रिफ्यूजी रजिस्ट्रेशन, सिटिजनशिप सर्टिफिकेट, पासपोर्ट, सरकार के द्वारा जारी किया लाइसेंस या सर्टिफिके, किसी भी सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी लाइसेंस/प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, जन्म का सर्टिफिकेट, एलआईसी पॉलिसी, सरकार या सरकारी उपक्रम के तहत सेवा या नियुक्ति को प्रमाणित करने वाला दस्तावेज, बैंक/डाक घर में खाता, सक्षम प्राधिकार की ओर से जारी किया गया जन्म प्रमाणपत्र, बोर्ड/विश्वविद्यालयों द्वारा जारी शिक्षण प्रमाणपत्र, न्यायिक या राजस्व अदालत की सुनवाई से जुड़ा दस्तावेज में से कोई एक होना जरुरी है।

NRC के तहत नागरिकता साबित नहीं होने पर क्या होगा?

यदि किसी व्यक्ति के पास सरकार द्वारा उक्त समय पर मांगे गए दस्तावेज नहीं पाए जाते है और अगर कोई व्यक्ति एनआरसी में शामिल नहीं होता है. तो उसे डिटेंशन सेंटर में ले जाया जाएगा जैसा कि असम में किया गया है। इसके बाद सरकार उन देशों से संपर्क करेगी जहां के वो नागरिक हैं। अगर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए साक्ष्यों को दूसरे देशों की सरकार मान लेती है तो ऐसे अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेज दिया जाएगा। नहीं तो उन्हें अपना जीवन डिटेंशन सेंटर में ही गुजारना पड़ सकता है.

तो दोस्तों उम्मीद करता हु आपको NRC के बारे में What Is NRC और NRC Ke Liye Kya Document Chahiye, nrc full form क्या होता है? nrc ka matlab kya hota hai, और nrc ki jankari के साथ साथ NRC history in india की भी जानकारी मिल गई होंगी।

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