Physics Kya Hai In Hindi | भौतिकी के जनक और पमुख शाखाएँ।

दोस्तों हमारा जीवन कही न कही से विज्ञान (Science) से जुड़ा हुआ है। विज्ञान ने मानव के जीवन में अनेको विकाश किये है। विज्ञान के अंतर्गत बहुत सी चीज़ो का समवेश होता है। ऐसे ही विज्ञान की एक प्रमुख शाखा भैतिकी (Physics) के बारे में आज की इस पोस्ट में जानेंगे की भौतिकी क्या है (Physics kya hai) भौतकी के जनक कौन है (physics ke janak) और भौतकी की प्रमुख शाखाएँ (major branches of physics) कौन सी होती है। इनके बारे में जानेंगे।

दोस्तों भौतिकी क्या है (physics kya hai) यह जानने से पहले हमें यह समझना होंगा की विज्ञान (Science) क्या है, तो आइये जानते है विज्ञान क्या है |

Science kya hai विज्ञान क्या है ?

मनुष्य में आदि काल से ही प्राकृतिक रहस्यों को जानने की जिज्ञासा रही है। इसी जिज्ञासा को वास्तविकता तक पहुंचाने का कार्य विज्ञान करता है। असल में विज्ञान उस विशिष्ट ज्ञान को कहते हैं। जो सभी तरह से सत्यापित हो। जिसमे अपवाद की गुंजाईन्स न हो क्योकि विज्ञान के प्रत्येक पहलू को साबित किया जा सकता है।

अतः हम कह सकते है की “किसी विषय के क्रमबद्ध ज्ञान को विज्ञान (Science) कहा जाता है।”

दोस्तों प्राकृतिक विज्ञान की विभिन्न शाखाओं को दो भागो में बाँटा जा सकता है -भौतिक विज्ञान (Physical Science) और जैव विज्ञान (Biological Science) भौतिक विज्ञान में निर्जीव (Nonliving) पदार्थो तथा जैव विज्ञान में सजीव (Living) पदार्थो का अध्ययन किया जाता है।

विज्ञान की कुछ प्रमुख शाखाएँ (branches of science)

  • खगोलीय विज्ञान (Astronomical Science)
  • प्राकृतिक विज्ञान (Natural Science)
    • भौतिक विज्ञान (Physical Science)
      • भौतिकी (Physics)
      • रसायन विज्ञान (Chemistry)
    • जीव विज्ञान (Biological Science)
      • जन्तु विज्ञान (Zoology)
      • वनस्पति विज्ञान (Botany)
  • भूगर्भ विज्ञान (Geological Science)

विज्ञान की शाखाएँ एवं उनके जनक (Branches of Science and their Fathers)

शाखा जनक
भौतिक विज्ञान सर आइजक न्यूटन
आधुनिक भौतिक अल्बर्ट आईंस्टीन
रसायन विज्ञान औतवां लेवोजियर
जीव विज्ञान अरस्तु
खगोल विज्ञान कॉपरनिकस
भूगर्भ विज्ञान जेम्स हटन

Physics kya hai भौतिकी क्या है ?

भौतिकी (Physics) विज्ञान की वह शाखा है जिसमें द्रव्य (substance), ऊर्जा (Energy), गति (Motion) तथा बल (Force) में हो रही परस्पर क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है और इसे ही भौतिकी (Physics) कहते है।

जैसे – सूर्य और चन्द्रमा का डूबना, सूर्य चन्द्रमा का निकलना, रात-दिन का होना, ऋतुओं का बदलना, सूर्य से प्रकाश ऊर्जा प्राप्त होना, नाभिक का विखंडन, हवा, पानी, इन्द्रधनुष का दिखना, टेलीविजन, रॉकेट, हवाई जहाज का उड़ना, रोटी का फूलना आदि भौतिकी के अध्ययन से प्रभावित है।

भौतकी की परिभाषा : लार्ड केल्विन के अनुसार ,“भौतिक विज्ञान, मापन का विज्ञान है। “

Physics शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द Fusis अर्थात प्रकृति से हुई है। प्राचीन वैज्ञानिक अरस्तु ने 350 BC में इस शब्द को जन्म दिया था। वही न्यूटन ने 1687 ई.में “फिलोसाफी नेचुरेलिस प्रिसिपिया मेथेमेटिका “ नामक पुस्तक में अपनी खोजो के वर्णन के अलावा गुरुर्त्वाकर्षण सिद्धांत, गति के नियम, द्विपद प्रमेय का नियम तथा अवकलन गणित, प्रकाश के कणिका सिद्धांत आदि का प्रतिपादन किया।

इन खोजो के कारण न्यूटन को भौतिक विज्ञान का पिता (Father of Physics) कहा जाता है। सर आइजक न्यूटन का जन्म 4 जनवरी, 1643 को वूल्सथ्रोप्रे, लिंकनशायर (इंग्लैण्ड) में हुआ था।

भौतिक (Bhautiki) विज्ञान की महत्वपूर्ण शाखाएँ :-

  • ऊष्मागतिकी (Thermodynamics) :- ऊष्मा की प्रकृति उसके संचरण एवं उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन।
  • ध्वनि तरंग (Acoustics) :- ध्वनि तरंगो के उत्पादन ,संचरण ,प्रकृति एवं उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन।
  • चुम्बकत्व (Magnetism) :- चुम्बक के गुणों ,चुम्बकीय क्षेत्र एवं उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन।
  • प्रकाशिकी (Optics) :- प्रकाश के उत्पादन ,प्रकृति ,संचरण एवं उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन।
  • विधुत चुम्बकत्व (Electro -Magnetism) :- विधुत चुम्बक एवं विधुत चुम्बकीय विकिरण का अध्ययन किया जाता है।
  • परमाणु भौतिकी (Atomic Physics) :- परमाणु की संरचना एवं गुणों का अध्ययन।
  • विधुतिकी (Electricity) :- विधुत आवेश के उत्पादन ,प्रक्रति संचरण एवं उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन।
  • खगोलिकी (Astronomy) :- ब्रम्हांड में स्थित मंदाकिनियों तारो ,ग्रहो एवं उपग्रहों एवं अन्य आकाशीय पिंडो की उत्पति, विकास तथा स्तिथि का अध्ययन।
  • माप विज्ञान (Metrology) :- माप तौल की विधियों का अध्ययन।
  • नाभिकीय भौतिकी (Nuclear Physics) :- परमाणु के नाभिक की संरचना एवं नाभिक में उपस्थित कणों (न्यूट्रॉन -प्रोटॉन) के व्यवहार, प्रकृति, नाभिकीय विखण्डन एवं नाभिकीय संलयन का अध्ययन।
  • मेटालोग्राफी (Metallurgy) :- धातुओं की संरचना एवं गुणों का अध्ययन।
  • मेटलर्जी (Metallurgy) :- धातुओं के अयस्कों से धातुओं के निष्कर्ष की विधियों का अध्ययन।
  • हाइड्रोफोनिक्स (Hydroponics) :- ध्वनि तरंगो द्वारा जल के नीचे की स्थिति का अध्ययन।
  • किमोमेट्रिक्स (Chemometrics) :- रसायन विज्ञान की समस्याओं का गणितीय समाधान का अध्ययन।
  • एपीग्रैफी (Apigraphy) :- इसमें शिलालेख का अध्ययन किया जाता है।
  • एस्ट्रोनाटिक्स (Astronautics) :- अंतरिक्ष यात्रा से सम्बंधित विषयो का अध्ययन।
  • द्रव -स्थैतिकी (Hydrostatics) :- स्थिर द्रवों में बल ,दाब एवं उनके प्रभावों का अध्ययन।
  • रेडियो रसायन (Radio Chemistry) :- इसके अंतर्गत रेडिओधर्मी पदार्थो से होने वाली रेडियोधर्मी विकिरणों एवं उसके उपयोगी का अध्ययन किया जाता है।
  • प्रकाश रसायन (Photo Chemistry) :- इसके अंतर्गत पृथ्वी में प्राप्त विभिन्न उपयोगी खनिज ,पदार्थो को खोजने तथा प्राप्त करने की विधियों का अध्ययन किया जाता है।
  • होलोग्राफी (Holography):- लेसर किरणों द्वारा किसी वस्तु का त्रिविमीय चित्र प्राप्त करने की विधि का अध्ययन।
  • द्रवगतिकी (Hydrodynamics) :- गतिशील द्रव पर कार्य करने वाले बल ,दाब तथा उसकी ऊर्जा का अध्ययन।
  • ओरोलॉजी (Orology) :- पर्वतो की उत्पत्ति संरचना ,विकास तथा इनसे पृथ्वी पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन।
  • सीस्मोलॉजी (Seismology) :- पृथ्वी के कम्पन (भूकम्प) ,विस्तार ,पुर्मानुमान का अध्ययन।
  • सेलिनोलॉजी (Selinology) :- चन्द्रमा की संरचना ,गति एवं स्थिति का अध्ययन।
  • साइबरनेटिक्स (Cybernetics) :- विभिन्न तंत्रो में हो रही प्रक्रियाओ का नियंत्रण एवं क्रियाविधि का अध्ययन।
  • क्रोनोलॉजी (Cronology) :- इसके अंतर्गत समय एवं अवधि का अध्ययन किया जाता है।
  • काइनेस्थेटिक्स (Kinesthetics) :- शरीर की भाषा का अध्ययन।
  • ट्राइबोलॉजी (Tribology) :- सापेक्ष गतिशील सतहों के मध्य लगाने वाले बल का अध्ययन।
  • क्रिस्टोलॉजी (Crystallography) :- यह एक प्रायोगिक विज्ञान है जिसमे क्रिस्टलो में परमाणुओं के संरचना का अध्ययन किया जाता है। इसमें एक्स किरणों के विवर्तन द्वारा क्रिस्टलों की संरचना का अध्ययन किया जाता है।
  • स्पेक्ट्रो स्कोपी (Spectro Scopy) :- इसके अंतर्गत विभिन्न पदार्थो के वर्णक्रम प्राप्त कर उनके आधार पर उनकी आतंरिक संरचना का अध्ययन किया जाता है।
  • हारोलॉजी (Horology) :- इसके अंतर्गत समय का मापन किया जाता है।
  • सूक्ष्म यांत्रिकी (Quantum Mechanics) :- इसके अंतर्गत अतिसूक्ष्म कणों की गति एवं व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
  • रियोलॉजी (Rheology) :- इसके अंतर्गत किसी पदार्थ के विरूपण एवं उसके प्रवाह का अध्ययन किया जाता है।
  • निम्न तापिकीय (Cryogenics) :- इसके अंतर्गत निम्न ताप उत्पन्न करने की विधियों का एवं निम्न ताप पर पदार्थो के गुणों का अध्ययन किया जाता है। इसका उपयोग अंतरिक्ष यात्रा ,रक्तहीन सर्जरी तथा अति चालकता में किया जाता है।

उम्मीद करता हूँ दोस्तों आपको आज की इस पोस्ट से भौतिकी क्या है (Physics kya hai) भौतकी के जनक कौन है (physics ke janak) और भौतकी की प्रमुख शाखाएँ (major branches of physics) कौन सी होती है। इनके बारे जानने को मिला होगा। यदि आपको यह पोस्ट उपयोगी लगी हो तो अपने मित्रो के साथ साँझा करे और आपके कोई सवाल हो तो आप निचे कमैंट्स जरूर करे।

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