पर्सनल कंप्यूटर क्या है ? Types Of Personal Computer (PC)

दोस्तों आप और हम सभी को कंप्यूटर से कंही न कंही, अभी न कभी काम जरूर होता है। वैसे तो कप्यूटर के अपने कई प्रकार होते है। लेकिन आज की इस पोस्ट में हम आपके साथ पर्सनल कंप्यूटर क्या है। (Personal Computer Kya hai) इसके बारे में जानकारी साँझा करने जा रहे है। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की पर्सनल कंप्यूटर क्या है। (Personal Computer Kya hai), पर्सनल कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है। (Types Of Personal Computer) पर्सनल कंप्यूटर की परिभाषा (Definition Of Personal Computer), पर्सनल कंप्यूटर की कीमत, उपयोग, पर्सनल कंप्यूटर अंग, पर्सनल कंप्यूटर विकास, पर्सनल कंप्यूटर का वर्गीकरण आदि के बारे में जानेंगे।

पर्सनल कंप्यूटर क्या है – Personal Computer Kya Hai – (What is Personal Computer?)

पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) व्यक्तिगत उपयोग में आने वाला अपेछाकृत कम खर्चीला, छोटा डिजाइन किया गया कंप्यूटर है। यह माइक्रो प्रोसेसर प्रोधोगिक पर आधारित है। कंप्यूटर निर्माताऔ को एक चिप पर पूरा CPU (central processing unit) डालने में सक्ष्म बनता है। व्यापार में इसका उपयोग शब्द संसाधन (WORD PROCESSING), लेखांकन (ACCCOUNTING) डेस्कटॉप प्रकासन, स्प्रेडशीट तथा डेटाबेस प्रबंधन (database Management) आदि के लिए होता है। घर में पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग मनोरजन के लिय, ई-मेल भेजने व देख़ने तथा छोटे-छोटे दस्तावेज़ को तैयार करने के लिए होता है।

Definition Of Personal Computer (पर्सनल कंप्यूटर की परिभाषा)

“यह Personal Computer एक Micro Computer है। जिसे एक समय में एक ही व्यक्ति के द्वारा उपयोग के लिए बनाया गया है। यह अपेक्षाकृत छोटा, कम खर्चीला व पर्सनल उपयोग के लिए सुविधाजनक कंप्यूटर है”

इसक प्रकार के कंप्यूटर का प्रयोग पर्सनल उपयोग, डाटा प्रबंधन, लेखन, ऑफिस वर्क, स्टडी, आदि के लिए उपयोग में लाया जाता है।

Personal Computer Ke Prakar पर्सनल कंप्यूटर के प्रकार (Types Of Personal Computer)

  • Desktop Computer
  • Notebook
  • Tablet
  • Smartphone

Desktop Computer in Hindi – डेस्कटॉप कंप्यूटर एक Personal Computer है। जो एक ही स्थान पर स्थिर रहकर कार्य उपयोग के लिए बनाया गया है। Desktop Computer में Monitor, Keyboard और Mouse का उपयोग अलग अलग होता है।

Notebook Computer In Hindi – नोटबुक कंप्यूटर एक पर्सनल कंप्यूटर है। हम आसानी से अस्थायी स्थानों जैसे की Room, Office, आदि में इसका उपयोग कर सकते है। Notebook Computer को आमतोर पर लैपटॉप कंप्यूटर (Laptop Computer) कहा जाता है। जिसमे एक Unit में कीबोर्ड, माउस पैड, मॉनिटर (Display Screen), Speakers आदि लगे होते है।

Tablet – टेबलेट कंप्यूटर भी एक पर्सनल कंप्यूटर का प्रकार माना जाता है। जो एक तरह का मोबाईल कंप्यूटर है। जिसमें Touch Screen या Pen-enabled Interface से काम होता है। यह Notebook Computer से छोटा, लेकिन Smartphone से बड़ा होता है।

Smartphone – स्मार्टफोन भी एक तरह का पर्सनल कंप्यूटर है। यह टच स्क्रीन से कार्य करता है इसमें छोटे छोटे कार्यो को करने के लिए अलग अलग अप्लीकेशन होते है। जो यूजर के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार कार्य करते है। यह सबसे छोटे आकर का पर्सनल कंप्यूटर है। यह इंटरनेट के माध्यम से PC के जैसे ही कई कार्य करने में सक्षम है। जैसे – ईमेल, लेखन आदि।

पर्सनल कंप्यूटर का विकास (Development of personal computer)

पीसी (पसर्नल कंप्यूटर) सबसे पहले 1970 के दशक में दिखाई दिया। 1970 में माइक्रो प्रोसेसर के विकास ने PC (Personal Computer) का विकास किया। सर्वप्रथम सबसे पहले लोकप्रिय पीसी एप्पल 1977 में, एपल कंप्यूटर के द्वारा लाया गया। 1981 में IBM (International Business Machine) ने अपना पहला पीसी (पसर्नल कंप्यूटर) IBM पीसी के नाम से लाय. IBM पीसी उस समय का सर्वाधिक लोगप्रिय पीसी था।

Parts of personal computer (पर्सनल कंप्यूटर (PC) के भाग या घटक)

1. System Unit (सिस्टम यूनिट)

एक PC (personal computer) आमतौर पर निन्मलिखित भागो से मिलकर बनता है। सिस्टम यूनिट (System Unit) पीसी द्वारा किये जाने वाले सारे सिस्टम यूनिट से ही नियंत्रित किये जाते है. इसके पीछे के भाग से की-बोर्ड, मॉनिटर, माउस तथा प्रिंटर आदि तारो की सहायता से जुड़े रहते है। हार्ट डिस्क, सीडी ड्राइव तथा फ्लापी ड्राइव इत्यादि इसके अन्दर जुड़े रहते है जिन्हे सॉफ्टवेर के द्व्रारा नियंत्रित किया जाता है। यह पीसी का मुख्य भाग है।

संरचना के आधार पर सिस्टम यूनिट दो प्रकार का होता है

  • डेस्कटॉप टाइप (Desktop Type) – सिस्टम यूनिट एक वर्गाकारबॉक्स के तरह होता है। तथा मॉनिटर इसके ऊपर रखा जाता है।
  • टावर टाइप (Tower Type) – इसमें सिस्टम यूनिट एक टावरनुमा बॉक्स में होता है। जो मॉनिटर के बगल में रखा जाता है। इसमें अतिरिक्त भंडारण उपकरणों को स्थापित करना आसान होता है।

सिस्टम यूनिट के मुख्य भाग (Main parts of system unit)

  • सी पी यू (CPU) – इसै प्रोसेसर या माइक्रोप्रोसर भी कहते है। यह पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) से जुड़े विभिन्न उपकरणों को नियंत्रित करता है। यह कंप्यूटर द्वारा प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करता है। इसके तीन भाग होते है : –
    • मुख्य मेमोरी (Main memory) – वर्तमान में उपयोग हो रहे डेटा या निर्दशों को संग्रहित करता है।
    • अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic logic unit – ALU) अंकगणितीय तथा तार्किक गणनाओ में इसका उपयोग होता है। यह सभी प्रकार की गणना करने में सक्षम है।
    • कंट्रोल यूनिट (Control Unit ) – यह कंप्यूटर द्वारा हो रहे सारे कार्यो को नियंत्रित करता है।
  • मदर बोर्ड (Mother Board) – यह प्लास्टिक का बना एक सर्किट बोर्ड है। जिसमे धातु द्वारा निर्मित महीन धागो के समान संरचना होती है। इस धातु के संरचना को बस (Bus) कहते है। जिसके द्वारा विभिन संकेतो या सूचनाओं का आदान प्रदान विधुत प्रवाह के रूप में होता है। (यह CPU को दूसरे पुर्जो से जोड़ता है) मदरबोर्ड कंप्यूटर की बुनियाद है। कंप्यूटर में प्रोसेसर विभिन प्रकार के कार्ड जैसे डिस्प्ले कार्ड, साउंड कार्ड आदि मदरबोर्ड पर ही स्थापित किये जाते है। यह कंप्यूटर का मुख्य पटल होता है।
  • रेम (Ram) – रेम (RAM) का पुरा नाम रेंडम एक्सेस मेमोरी (Random Access Memory) होता है। रेम को मदर बोर्ड पर लगाया जाता है। रेम लगाने का एक स्थान यहाँ होता है। इसमें हम अपनी आवश्यकता अनुसार रेम लगा सकते है। यह एक कार्यकारी मेमोरी है। यानि यह तभी कार्य करती है जब हम कंप्यूटर पर कार्य कर रहे होते है। कंप्यूटर बंद रहने पर सग्रहित सभी सूचनाएं नष्ट हो जाती है। यहा सूचनाओं को अस्थाई तौर सुरक्षित करने के लिए कार्य करता है।
  • रोम (Rom) – रोम अर्थात रीड ओनली मेमोरी (Read Only Memory) जैसा नाम से ही स्पष्ट है की इस मेमोरी में सग्रहित सूचनाओं को केवल पढ़ा जा सकता है। उसे परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। कंप्यूटर बंद रहने पर भी रोम में सूचनाये सग्रहित रहती है नष्ट नहीं होती।
  • मैथ कोप्रोसेसर (Math Coprocessor) – यह कंप्यूटर का दूसरा सहायक प्रोसेसर है। इसका उपयोग वैज्ञानिक गणनाओ और बीजगणितीय कार्यो के चल बिन्दु (floating point) गणनाओ में होता है।
  • ग्राफ़िक कार्ड (Graphic Card) – इसे ग्रफिक्स एक्सेलेरेटर कार्ड, डिस्प्ले एडेप्टर या वीडियो कार्ड भी कहा जाता है. यह हार्डवेयर का भाग है। जिसका कार्य स्किन पर चित्र या दृश्य प्रद्रशित करना है।
  • साउंड कार्ड (sound card) – अधिकतर पीसी मल्डीमीडिया के लिए बने होते है साउंड कार्ड मदर बोर्ड पर एक स्लॉट (Slot) में लगा रहता है। या बोर्ड में ही बना होता है। साउंड कार्ड की सहायता से संगीत, भाषण या कोई भी ध्वनि (Audio) को सुना जा सकता है।
  • विधुत आपूर्ति (Power Supply) – पीसी के पिछे जहा पावर कार्ड जोड़ा जाता है. वह विधुत आपूर्ति (Power Supply) है। यह AC वोल्टेजो के कंप्यूटर के विभिन घटको के लिए उपयुक्त DC वोल्टेज में परिवर्तन करता है। कंप्यूटर के घटको को (+-)5 वोल्ट की आवश्कता होती है।
  • स्पीकर (Speaker) – सिस्टम यूनिट के अंदर कुछ ध्वनि संकेत के लिए स्पीकर लगा होता है। जैसे कंप्यूटर ओपन करने पर स्क्रीन ओपन होने के पहले बीप (Beep) ध्वनि स्पीकर द्वारा उत्पन होता है।
  • टाइमर (TIMER) – यह मदरबोर्ड पर लगा आंतरिक घड़ी है। जो बैटरी से चलती है तथा कंप्यूटर के ओप्रशनो को सिंक्रोनाइज करने के लिए इलेक्ट्रिकल पल्स पैदा करती है तथा इसकी स्पीड की गणना गीगा हर्ट्ज में की जाती है।
  • एक्सपेंशन स्लॉट (Expansion Slot) – यह कंप्यूटर के मदर बोर्ड में निर्धारित वह स्थान है जहा भविष्य में किसी अन्य उपकरण को जोड़ने के लिए स्लॉट बना होता है।

सिस्टम यूनिट के बाह्य अंग (External parts of system unit)

सिस्टम यूनिट के पीछे के भाग में विभिन्य बाह्य यत्रो (Accessories ) को जोड़ने के लिए पोर्ट और जैक बने होते है। ये निम्नलिखित है।

  • पावर सर्किट (Power Socket )
  • की बोर्ड पोर्ट (keyboard port )
  • मॉनिटर पोर्ट (Moniter Port )
  • सीरियल पोर्ट (Serial port )
  • पैरेलल पोर्ट (Parallel port )
  • ऑडिओ जैक (Audio Jack )
  • नेटवर्क पोर्ट (Network port )
  • यू एस बी पोर्ट (Universal Serial Bus port )
  • SCSI पोर्ट (small computer system Interface port )

2. हार्ड डिस्क (Hard Disk)

यह विशाल क्षमता युक्त स्थाई भंडारण उपकरण है। सॉफ्टवेर प्रोगाम एवं डेटा इसमें संग्रह रखते है तथा आवश्कतानुसार कंप्यूटर उसका उपयोग करता है। यह कंप्यूटर में लगा स्थाई डेटा स्टोर करने का उपकरण है।

3. सीडी ड्राइव (CD Drive)

सीडी से डाटा पढ़ने या लिखकर स्टोर करने के लिए इसकी आवश्कता होती है।

4. फ्लापी ड्राइव (Floppy Drive)

फ्लॉपी को पढ़ने या लिखने के लिय उपयोग में लाया जाता है।

5. मॉनिटर (monitor)

यह एक आउटपुट उपकरण है। जिसके द्वारा मानव तथा कंप्यूटर के बीज संवाद होता है। यह सी पी यू से जुड़ा रहता है। यूजर द्वारा किये गए कार्य का आउटपुट इसपर दिखता है।

6. माउस (Mouse)

यह एक इनपुट उपकरण है इसमें दो बटन, तीन बटन या ऑप्टिकल होते है। यह सीपीयू से कार्ड के साथ जुड़ा रहता है। यह कंप्यूटर में प्रतिक्रियाएं इनपुट करने के काम में आता है।

7. की -बोर्ड (key board)

PC (Personal Computer) में डाटा को इनपुट करने के लिए इस उपकरण का प्रयोग किया जाता है। जिसके द्वारा हम अक्षरो एवं अंको को इनपुट के रूप में कंप्यूटर में डालते है। साधारण की बोर्ड में 104 की (Keys) होते है पर IBM पीसी के की -बोर्ड की (Key )होते है।

8. स्पीकर (Speaker)

यह एक आउट पुट उपकरण है यह ध्वनि के रूप में आउटपुट देता है। इसका उपयोग प्रायः मनोरंजन के लिए होता है।

9. प्रिंटर (Printer)

यह एक आउटपुट उपकरण है। जो कंप्यूटर द्वारा प्रदत्त आउटपुट को कागज पर प्रिंट करता है या हार्ड काफी प्रदान करता है।

10. स्कैनर (scanner)

वह उपकरण जो इमेज (फोटोज़) को स्कैन कर बाइनरी कोड में बदल कर कंप्यूटर में इनपुट करता है।

11. सीडी रोम ड्राइव (CD rom Drive)

सीडी से डेटा पड़ने में प्रयुक्त किया जाने वाला यंत्र है। यह सीडी के भीतर सुरक्षित सभी प्रकार के डाटा जैसे कोडिंग, मूवी, वीडियो, ऑडियो आदि को कंप्यूटर पर देखने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

12. सीडी राइटर (CD writer)

सीडी से डाटा पड़ने वह लिखने दोनों में प्रयुक्त किया जाने वाला यंत्र है।

13. मॉडेम (Modem)

यह Modulator -Demodulator का संक्षिप्त नाम है। यह टेलीफोन लाइन के द्वारा कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ता है तथा डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजता है।

14. यू पी एस (Ups -Uninterruptible power supply)

यह बैटरी से संचालित उपकरण है। जिसके द्वारा कंप्यूटर में अनवरत विधुत आपूर्ति बनी रहती है। कंप्यूटर के अचानक बंद हो जाने से वर्तमान में हो रहे कार्य नष्ट हो सकते है परन्तु यूपीएस के उपयोग से ऐसा होने से बचा जा सकता है।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको आज इस पोस्ट में पर्सनल कंप्यूटर क्या है। (Personal Computer Kya hai), पर्सनल कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है। (Types Of Personal Computer) पर्सनल कंप्यूटर की परिभाषा (Definition Of Personal Computer), पर्सनल कंप्यूटर की कीमत, उपयोग, पर्सनल कंप्यूटर अंग, पर्सनल कंप्यूटर विकास, पर्सनल कंप्यूटर का वर्गीकरण आदि के बारे में जानकारी मिल गई होंगी। फिर भी आपके कोई सवाल हो तो कमैंट्स जरूर करे। यदि पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ साँझा जरूर करे।

पर्सनल कंप्यूटर की कीमत (Price)

जैसा की आपको पोस्ट पढ़ने से पता चल गया होगा की पर्सनल कंप्यूटर कई प्रकार के होते है। वैसे ही पर्सनल कंप्यूटर की कीमतों (Price) में भी अंतर देखने को मिलता है। साथ ही जैसे की कंप्यूटर में बहुत सारे फीचर्स होते है। तो यह भी निर्भर करता है की आप किन किन फीचर्स के साथ PC खरीद रहे है। सामान्यतः एक Personal Computer की कीमत 12000/- रुपये से लेकर 2.5 लाख तक हो सकती है।

दोस्तों उम्मीद करते है आज की इस पोस्ट में दी गई पर्सनल कंप्यूटर क्या है। (Personal Computer Kya hai) इसके बारे में जानकारी साँझा करने जा रहे है। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की पर्सनल कंप्यूटर क्या है। (Personal Computer Kya hai), पर्सनल कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है। (Types Of Personal Computer) पर्सनल कंप्यूटर की परिभाषा (Definition Of Personal Computer), पर्सनल कंप्यूटर की कीमत, उपयोग, पर्सनल कंप्यूटर अंग, पर्सनल कंप्यूटर विकास, पर्सनल कंप्यूटर का वर्गीकरण आदि के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होंगी। इसके अलावा आपके कोई सवाल हो तो आप कमेंट्स जरूर करे और ऐसे ही एजुकेशनल ज्ञान, जॉब और सुनहरे फ्यूचर के लिए jobfuture.in को फॉलो करे।

Read More :

7 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!